यूपी कॉलेज परिसर स्थित राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में “केस स्टडी और नेतृत्व क्षमता” विषय पर आयोजित अतिथि व्याख्यान के मुख्य अतिथि डॉ. प्रशांत पारीक ने कहा कि व्यवसाय जगत को समझने के लिए शैक्षणिक क्षेत्र में केस स्टडी का विकास एक आवश्यक बौद्धिक कार्य है।
उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से प्रबंधन के विद्यार्थियों को अपने विषय के समझ के साथ ही साथ व्यवसाय जगत को समझने में आसानी होती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि यदि केस मार्केटिंग या ब्रांडिंग क्षेत्र का हुआ तो इस क्षेत्र में हो रही कुछ वास्तविक घटनाओं को संकलित करके उससे सम्बंधित आकड़े एकत्र करके एक तथ्यात्मक केस बनाने की कोशिश की जाती है।
उन्होंने बताया कि केस बनाते समय हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि इसमें शामिल किये गए आंकड़े और तथ्यों का प्रस्तुतिकरण इस प्रकार से हो कि केस को पढ़ने पर यह आसानी से समझ आ सके। उन्होंने कहा कि केस बनाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि केस में समावेशित सभी विषय के माध्यम से केस एक समग्र रूप में प्रस्तुत हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रबंध के विद्यार्थी जब केस के माध्यम से वास्तविक समस्याओं और उनका निदान खोजने की कोशिश करते हैं तो उनके अंदर प्रबंधकीय गुणों का विकास होने लगता है, क्योकि उन्हें समस्या की पहचान एवं उसके संभावित निदान पर एक सोच बनाने की दृष्टिकोण विकसित होने लगती है।
अतिथि का स्वागत निदेशक डॉ. अमन गुप्ता ने किया। कार्यक्रम का संचालन गरिमा आननद ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विनीता कालरा ने किया। इस अवसर पर डॉ. प्रीति सिंह, डॉ. प्रीति नायर, सुजीत सिंह, डॉ. राजेंद्र शर्मा, आशुतोष श्रीवास्तव सहित समस्त शैक्षिणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित थे।