राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (आरएसएमटी) में बीबीए एवं बीसीए के ओरिएंटेशन कार्यक्रम ।
आरएसएमटी (यू पी-कॉलेज परिसर) में बीबीए एवं बीसीए के सप्ताहवापी ओरिएंटेशन कार्यक्रम की शुरुआत हुई। उद्घाटन सत्र में अतिथियों एवं नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो. अमन गुप्ता ने कहा कि अब आप सभी अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच चुके है, जहाँ से आप सबको अपने लक्ष्यों को निर्धारित करके उन्हें पाने के लिए जी-जान से जुट जाना है।
मुख्य अतिथि श्रीमती सुनीता पांडेय, कुलसचिव, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि प्राचीन गौरव से समृद्ध यह महाविद्यालय एक महान कार्य के लिए स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि उदय प्रताप महाविद्यालय हो या महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, इन दोनों ही संस्थानों में शिक्षा के साथ मानव मूल्यों के संवर्धन एवं उसके अनुशीलन पर सतत जोर दिया जाता रहा है। आप सभी का यह सौभाग्य है कि आप सबको यहाँ विद्याध्ययन करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
विशिष्ट अतिथि, प्रो. के.पी. सिंह, पूर्व निदेशक आईआईटी बीएचयू ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को उत्प्रेरित करते हए कहा कि आप सभी अपने जीवन के इस पड़ाव पर विद्यालय के बाद अब महाविद्यालय में प्रवेश करने जा रहे है। प्रबंधन एवं तकनीक के ज्ञान के अद्भुत संयोग का साक्षी यह महाविद्यालय आप सबके कौशल विकास के साथ-साथ आपके व्यक्तित्व विकाव पर भी लगातार प्रयास करता रहेगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने संस्था के साथ मातृवत लगाव रखना चाहिए और मातृ-संस्था के प्रति सदैव कृतज्ञ रहना चाहिए। आप सभी को अपने-अपने विषयों को आत्मसात करने के लिए एकाग्रता के साथ अपने आपको केंद्रित करना होगा। सूचना एवं तकनीक ने हमारे कार्यों को आसान तो बनाया है पर इसके इसके नकारात्मक प्रभावों से बचकर रहना एक महत्वपूर्ण लक्ष्य होना चाहिए। वैश्विक बदलाव की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि आज भारत ने समस्त विश्व को मुश्किल परिस्थितियों से निकलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन परिस्थितियों में विदेशी निवेश बढ़ने के साथ रोजगार के अवसर बढ़ने निश्चित है।
विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर एच.के. सिंह, पूर्व कुलपति, एमयूआईटी, लखनऊ ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि कि अवसरों की कही कोई कमी नहीं है बस आप सबको अपने आपको उद्योगों के अनुरूप विकसित करना होगा। आज हम सभी एक वैश्विक व्यवस्था के अनिवार्य अंग का एक मत्वपूर्ण भाग बन चुके है। सूचना एवं तकनीक के क्षेत्र में हो रहे अपार परिवर्तन एक क्रांतिकारी भविष्य का बीजारोपण कर रहे है। आप अपनी दृष्टि को सम्यक रखते हुए बदलती दुनिया पर ध्यान देने के साथ ही साथ अद्यतन तकनीक और प्रबंधन में दक्षता लाने की कोशिश अवश्य करे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को होने कमजोर पहलुओं को मजबूती में बदलने पर ध्यान दमा चाहिए।
सम्मानित अतिथि राजेश भटिआ, राष्ट्रीय सचिव, आईआईए एवं अध्यक्ष द स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में व्यावसायिक पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं को अपने आपको उद्योगों के अनुरूप में ढालने के लिए बहुमुखी कौशल का धनि बनाना होगा अन्यथा आप सबको आगे चलकर रोजगार के बाज़ार में अच्छे मौके नहीं प्राप्त हो सकेंगे। उन्होंने हनुमान जी के चरित्र से प्रेरणा लेने का आवाहन करते हुए कहा कि आप सभी उनके चरित्र से बल, बुद्धि, एवं चातुर्य ग्रहण करना चाहिए। इसके अतिरिक्त आप में से ज्यादा नहीं तो कुछ तो आगे चलकर व्यवसायी या उद्यमी बनने का संकप्ल लेकर चले तो वृहद पैमाने पर रोजगार का सृजन हो सकेगा।
इस अवसर पर उदय प्रताप कॉलेज के कार्यवाहक प्रधानाचार्य डॉ एस.के.सिंह, उदय प्रताप इंटर कॉलेज के डॉ रमेश प्रताप सिंह, रानी मुरार कुमारी बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ मंजुला श्रीवास्तव इत्यादि उपस्थित थे।
तकनीकी सत्र में करियर लांचर के निदेशक संकेत बागला ने अपने विचार साझा किये।
कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ नीतू रंजन अग्रवाल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रीति सिंह ने दिया। इस अवसर पर समस्त शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।